"सफलता के पायदान"
प्राक्कन को लिखने का आग्रह प्राप्त हुआ,जिसे मैंने सहर्ष स्वीकार
कर लिया। आज पुस्तक संबंधित
पोस्ट को देख एक कविता लिखने
को प्रोत्साहित हो उठा।
मनोबल ऊंचा,
मनोबल बढ़ा,
दिशा निर्देशन
भी एक विधा....।।
दो पंक्तियां लिखना,
चंद अशआर गढ़ना,
अनुभवों को साझां कर,