Saturday, January 30, 2021

अशोक कुमार की दो कविताएँ

अशोक कुमार आधुनिक अंग्रेजी एवम हिन्दी के विश्वविख्यात कवि है| इनका जन्म सन 1977 ई.मे टीकरी जिला बागपत मे हुआ था| इन्हे "शान्ति कवि" के रूप मे भी जाना जाता है | इन्हे इनकी कविताओ के लिए राष्ट्रय एवम विश्व- स्तर के सम्मान से भी नवाजा जा चुका है| सम्मत2020 मे इन्हे विश्व शान्ति अभियान के लिए नाईजिरिया एवम मोरोक्को ने पी .एच.डी की मानद् उपाधि से भी नवाजा है |इनकी कविताओ का विश्व की विभिन्न भाषाओ मे जैसे स्पेनिश ,यूनानी ,इटेलियन ,हिबरु आदि मे किया जा चुका है|

 मैं अमर हूँ !


मैं हंसता हूँ, अद्भुत दुनिया के साथ हंसता हूँ


एक सुंदर पक्षी की तरह 


अनंत आकाश में उड़ता हूँ


जितनी अधिक मैं इच्छा करता हूं उतनी 


मैं सौभाग्यशाली आत्मा हूँ

जिसके पास ज्वाला है कमाल है, 


मैं वैसा ही हूँ,


जैसा सूरज चमकता है 


सब कुछ उसकी रोशनी में देखता हूँ


मैं पूरे परिवार को प्यार करता हूँ


और उनके साथ खुश हूँ


सभी की सराहना करता हूँ

'नादान आदमी का सच ’ हमारा तुम्हारा सच - सुजाता

अम्बिका दत्त जी का काव्य –संग्रह ’नादान आदमी का सच ’ पढ़ते ही ताज़ी हवा के झोंके की छुअन सी महसूस होती है। हिंदी और राजस्थानी में उनके नौ पु...