Sunday, March 4, 2018
दो कविताएं : द विनेसेंटं माईलज (अनुवादः देव भारद्वाज)
द विनेसेंटं माईलज ;(De Vincent Miles) फ्लिपाइंस की एक प्रसिद्ध कवयित्री एवं लेखिका है। उन की बहुत-सी कवितायें और लेख प्रकाशित हो चुके हैं। दो दशकों से अधिक समय से वह अलग-अलग स्कूलों और कालेजों में अध्यापिका के तौर पर काम करती रही है। इस समय वह Department of Education
City Schools of Manila में बतौर Master Teacher-II के पद पर काम कर रही है। वह Future University
दिन में 21 सेब
मैं जब पिछली तरफ झाँकती हूँ
कि पिछले कुछ हफ्ते
कैसे फिजूल और वीरान रहे हैं
तो मैं अपने मन अंदर
उम्र भर के साथ का मंत्र दुहराती हूँ-
‘‘प्यार करना और प्यार लेना’’
मैं इसीलिए यहाँ थी।
दो गज़लें- डॉ: आरती कुमारी,
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डॉ० आरती कुमारी |
दास्तां इश्क मोहब्बत की सुनाने वाले
जाने किस देश गए पिछले जमाने वाले।।
कस्मों वादों की रेवायत तो अभी है लेकिन
अब कहाँ लोग हैं, वो वादे निभाने वाले।।
जिंदगी क्या है किसी ने नहीं समझा लेकिन
मौत आती है तो रोते हैं जमाने वाले।।
अब तो पलकों पे भी जलते नहीं अश्कों के चिराग
गर कभी जल भी गए, आए बुझाने वाले।।
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